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गुरुवार, 21 मई 2020

इंटरप्रेटर क्या होता है?और यह कैसे काम करता है?

इंटरप्रेटर एक कंप्यूटर प्रोग्राम सॉफ्टवेयर है जो की हाई लेवल भाषा को मशीनी भाषा में बदलता है। लेकिन यह काम तो कम्पाइलर भी करता है तो आप सोच रहे होंगे इन दोनों के बिच क्या डिफरेंट है। तो इंटरप्रेटर पुरे प्रोग्राम को मशीनी भाषा में नहीं बदलता है। यह हाई लेवल लैंग्वेज को एक एक लाइन करके निष्पादित करता है। 
interpreter Kaise Work Karta Hai?  in Hindi
अगर इस बिच में कोई भी गलती मिलती है तो बही पर Error दिखाकर रुक जाता है तब तक आगे काम  नहीं करता जब तक Error को ठीक नहीं किया जाता जबकि कम्पाइलर पुरे प्रोग्राम को Compile करता है, और बड़ी गलती मिलने पर ही रुकता है। कम्पाइलर के बारे में और ज्यादा जानने के लिए कम्पाइलर क्या है?यहाँ क्लिक करके पढ़े।
तो इंटरप्रेटर प्रोग्राम सॉफ्टवेयर एक कम्पाइलर प्रोग्राम की तरह ही होता है। बस इनके काम करने के नियम अलग अलग होते है।

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