Breaking

गुरुवार, 21 मई 2020

कम्पाइलर क्या है? कम्पाइलर का काम क्या है?

कम्पाइलर कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर का ही हिस्सा है। कम्पाइलर से हम किसी सोर्स भाषा को किसी भी टारगेट भाषा में बदलते है। हर प्रोग्रामिंग भाषा के अलग अलग कम्पाइलर होते है। कंप्यूटर में कम्पाइलर वह प्रोग्राम है जिस से हम हाई लेवल भाषा को मशीन भाषा में बदल सकते है। जिस कंप्यूटर भाषा में प्रोग्राम को लिखा जाता है उसे Source Code या Source Language कहते है। और जिस कंप्यूटर भाषा में प्रोग्राम को बदला जाता है उसे Target Source Code /Target Language कहा जाता है।
आसान तरीके से आप ऐसे समझ सकते है की कम्पाइलर एक प्रोग्राम सॉफ्टवेयर है जिसका इस्तेमाल किसी कंप्यूटर भाषा को दूसरे कंप्यूटर भाषा में बदलने के लिए किया जाता है।
Compiler Work Kaisae Karta Hai ? in Hindi  

Compiler कैसे काम करता है?:-

आज के समय में काफी सारी हाई लेवल भाषा उपलब्ध है। जैसे की C,C++,Java,DotNet इत्यादि। इन सभी के अपने अपने नियमानुसार कम्पाइलर होते है। कम्पाइलर लिखे गए सोर्स कोड/भाषा को लाइन वाइज क्रिया करके मशीन/ऑब्जेक्ट भाषा में बदल देता है। ताकि कंप्यूटर इसे पढ़ सके। और प्रक्रिया करके आपको परिणाम दे सके। कम्पाइलर २ भागो में काम करता है सबसे पहले स्टेप में कम्पाइलर इनपुट सोर्स कोड/भाषा को लाइन वाइज चेक करता है।अगर किसी भी लाइन में कोई गलती मिलती है,तो उस  लाइन में error दिखा देता है। अगर प्रोग्राम में कोई भी बड़ी गलती होती है तो कम्पाइलर बही रुक जाता है। दूसरे स्टेप में कम्पाइलर पुरे प्रोग्राम में प्रक्रिया करके परिणाम देता है।

अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया हो तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे। अगर आपको इससे सम्बंधित कोई भी सवाल है तो हमें कमेंट में लिखे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें