माउस कितने प्रकार के होते है।:-
कंप्यूटर माउस को काफी स्टेप्स में डेवेलोप किया गया है। जिन्हे हम ५ भागो में बाँट सकते है।:-- मैकेनिकल माउस
- ऑप्टिकल माउस
- वायरलेस माउस
- ट्रैकबॉल माउस
- स्टाइलस माउस
Mechanical माउस:-
इस माउस को 1972 में बिल इंग्लिश ने बनाया था। मकेनिकल माउस में निर्देश के लिए एक बॉल का उपयोग किया गया है। इसमें निचे की तरफ एक छोटी सी बॉल लगी होती है।जब हम माउस को चलाते है, तब यह बॉल मूव होती है इस बॉल के मूव से ही कंप्यूटर को निर्देश पहुँचता है। इन माउस का उपयोग अब नहीं होता है।
Optical माउस:-
ऑप्टिकल माउस में LED-Light एमिटिंग डायोड और DSP – Digital Signal Processing Technology का उपयोग किया गया है। इसमें बॉल की जगह पर एक छोटा सा बल्ब लगा होता है। इन्हे USB के दुवारा कंप्यूटर से जोड़ा जाता है। आजकल इन्ही माउस का उपयोग किया जाता है।
Wireless माउस:-
बिना USB-वायर के माउस को वायरलेस माउस कहते है। इसे Cordless माउस भी कहा जाता है। यह माउस रेडियोफ्रीक्वेंसी (RF) टेक्नोलॉजी पर आधारित होते है। यह देखने में ऑप्टिकल माउस जैसा होता है। इसके उपयोग के लिए ट्रांसमीटर और रिसीवर की जरूर होती है। ट्रांसमीटर माउस में ही अंदर लगा रहता है और रिसीवर को अलग से कंप्यूटर में लगाया जाता है।Trackball माउस:-
यह माउस वायरलेस माउस जैसा ही होता है लेकिन इसमें कंप्यूटर को निर्देश देने के लिए ट्रैक बॉल का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें ऊपर की तरफ एक बॉल लगी होती है कंप्यूटर स्क्रीन पर कर्सर को मूव करने के लिए बॉल को फिंगर या अँगुठे का उपयोग किया जाता है। इन माउस को इस्तेमाल करना थोड़ा Hard होता है इसलिए यह माउस बहुत कम देखने को मिलते है।Stylus माउस:-
इस माउस को Gordan Stewart ने बनाया था जिसे gStick माउस भी कहते है। इसमें G का मतलब गॉर्डन है। इस तरह के माउस का इस्तेमाल टचस्क्रीन Device में होता है।माउस काम कैसे करता है?:-
माउस से काफी सरे काम किये जा सकते है और इन काम को करने के लिए माउस कुछ Actions करता है जो की निचे दिए गए है।-Pointing:-
जब हम कर्सर को किसी आइटम/फोल्डर के ऊपर ले जाते है। जब कर्सर उस पर रुकता है, तब उसकी डिटेल्स दिखने लगती है इसी प्रक्रिया को पॉइंटिंग कहते है। यहाँ आप ऐसे भी समझ सकते है की किसी भी आइटम/फोल्डर को कर्सर दुवारा टच करना ही पॉइंटिंग होता है।Selecting:-
कंप्यूटर स्क्रीन पर किसी भी आइटम/फोल्डर पर कर्सर पॉइंटिंग करके माउस का लेफ्ट बटन दबाते है तो वह आइटम सेलेक्ट हो जाता है। या आप माउस का लेफ्ट बटन को दबाकर माउस को मूव करते है तब माउस कर्सर की मूव लोकेशन में इतने भी आइटम/फोल्डर आते है वो सब सेलेक्ट हो जाते है। जब आइटम सेलेक्ट होता है तब उस आइटम के चारो तरफ एक कलर हाईलाइट हो जाता है जिससे हमें पता चल जाता है की यह आइटम सेलेक्ट हो गया है।Clicking:-
माउस बटन को किसी भी आइटम पर दबाने की क्रिया को क्लिक कहते है। क्लिक करने के लिए हम माउस के किसी भी बटन को दबाकर छोड़ देते है। यह 2 तरह से होते है।:-- Left Click
- Right Click
Left Click- माउस के लेफ्ट बटन दबाने को लेफ्ट क्लिक कहते है। यह भी अलग अलग तरह से काम करते है जो की निचे दिए गए है।-
- Single Click- माउस के लेफ्ट बटन को एक बार दबाने को सिंगल क्लिक कहते है। सिंगल क्लिक से किसी भी आइटम को सेलेक्ट करना मेनू को खोलना इत्यादि काम किये जाते है।
- Double Click- माउस के लेफ्ट बटन को एक साथ जल्दी से 2 बार दबाकर छोड़ने को डबल क्लिक कहते है।डबल क्लिक शॉर्टकट्स की तरह काम करता है। डबल क्लिक से किसी भी आइटम फोल्डर इत्यादि को खोलने के लिए किया जाता है। इसके अलावा अगर आप किसी वर्ड पर डबल क्लिक करते है तो वह वर्ड सेलेक्ट हो जाता है इसलिए यह सेलेक्ट के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
- Triple Click- माउस के लेफ्ट बटन को एक साथ 3 बार जल्दी से दबाने को ट्रिपल क्लिक कहते है।ट्रिपल क्लिक का इस्तेमाल बहुत कम होता है।इसकी मदद से हम किसी भी पैराग्राफ को एक साथ पूरा सेलेक्ट कर सकते है।
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