Sort में आप यह कह सकते है की-ऑपरेटिंग सिस्टम एक यूजर के लिए इंटरफ़ेस होता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार:-
ऑपरेटिंग सिस्टम को दो भागों में Divide किया गया है।-- उपयोगकर्ताओं की संख्या के आधार पर
- काम करने के मोड के आधार पर
1.उपयोगकर्ताओं की संख्या के आधार पर:-
उपयोगकर्ताओं की संख्या के आधार पर OS 2 प्रकार के होते है।-Single User ऑपरेटिंग सिस्टम:- सिंगल उपयोगकर्ता OS में एक उपयोगकर्ता अकाउंट पर वर्क कर सकता है। यहाँ पर आप एक से ज्यादा User अकाउंट नहीं बना सकते।
उदाहरण- MS DOS, WINDOWS 3X WINDOWS 95/97/98
Multi User ऑपरेटिंग सिस्टम:- इसमें आप एक से ज्यादा यूजर अकाउंट बना सकते है। और उन पर काम कर सकते हो। इसमें हर एक यूजर को एक कंप्यूटर से जुड़ा टर्मिनल मिलता है।
उदाहरण- WINDOWS 10, LINUX, MAC OS, UNIX.
काम करने के मोड के आधार पर OS:-
काम करने के मोड के आधार पर भी इसे 2 भागो में बाटा गया है।-Character यूज़र इंटरफेस:- यह Command Line Interface के नाम से भी जाना जाता है। इस तरह के ऑपरेटिंग सिस्टम में टाइपिंग दुवारा काम होता है। इसमें कंप्यूटर को ऑपरेट करने के लिए एक स्पेशल कमांड दी जाती है और सिर्फ टेक्स्ट का उपयोग होता है।उदाहरण- MS DOS
ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस-यह ऑपरेटिंग सिस्टम ग्राफ़िक आधारित होता है। यानि इसमें कंप्यूटर को माउस और Key-Board से ऑपरेट कर सकते है।यह ऑपरेट करने में बहुत आसान इंटरफ़ेस होता है।
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